देश भर में मनाया गया आज ईस्टर संडे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी

गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु को यातनाएं देते हुए सूली पर चढ़ा दिया गया था। इसके दो दिन बाद यानी रविवार को यीशु दोबारा जीवित हो गए थे। इसे ही ईस्टर संडे कहा जाता है। यीशु के दोबारा जीवित होने की खुशी में ईसाई इन दिन को त्योहार के रूप में मनाते हैं। माना जाता है कि दोबारा जीवित होने के बाद प्रभु यीशु 40 दिनों तक अपने शिष्यों को सत्य के रास्ते पर चलने का संदेश देकर स्वर्ग चले गए।

ईस्टर संडे

मान्यता है कि प्रभु ईसा मसीह अपने शिष्यों के लिए वापिस लौटे थे। पुन: लौटने के बाद उन्होंने लोगों करुणा, दया और क्षमा का उपदेश दिया। प्रभु ईसा मसीह ने उन लोगों को भी माफ कर दिया जिन लोगों ने उन्हें सलीब पर चढ़ाया था। ईस्टर के दिन उन्होंने क्षमा का उपदेश देकर दुनिया को इसके महत्व के बारे में बताया।

ईस्टर के अवसर पर लोग एक-दूसरे को रंग-बिरंगे अंडे उपहार में देते हैं

उल्लेखनीय है कि ईस्टर के अवसर पर लोग एक-दूसरे को रंग-बिरंगे अंडे उपहार में देते हैं। क्योंकि ऐसी मान्यता है कि अंडे नव-जीवन और अच्छा समय शुरू होने का संदेश देते हैं। देश के सबसे बड़े शहर यांगून के इंसीन जिले में लोगों ने गीत गाकर प्रदर्शन किया और उन्होंने ऐेसे अंडे ले रखे थे जिनपर ‘‘स्प्रिंग रिवोल्यूशन’’ लिखा था। बहुत से अंडों पर ‘तीन उंगलियों वाली सलामी’ चित्रित थी जो एक फरवरी को हुए तख्तापलट के विरोध का प्रतीक है। रविवार को किए गए इस प्रदर्शन को ‘ईस्टर एग स्ट्राइक’ नाम दिया गया।

ईस्टर संडे

नोवामुंडी में ईसाई समुदाय द्वारा विभिन्न चर्चों एवं अपने पूर्वजों की कब्रिस्तानों की साफ-सफाई के बाद मोमबत्ती जला कर प्रभु यीशु मसीह द्वारा मनुष्यों के उद्धार के लिए किए गए कर्मों को याद किया। इस संबंध में प्रचारक आसफ पूर्ति ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह मृत्यु के तीन दिनों बाद मनुष्यों के उद्धार के लिए जीवित हो उठे और उन्होंने सभी लोगों को प्रेम क्षमा एवं भाईचारे का संदेश दिया। कार्यक्रम में विलियम लकड़ा, ऐलियस स्मिथ, आशीष भुइयां, जॉन स्मिथ, किरण चम्पिया, धर्मजीत पंकज एवं आनन्द मसीह मुंडू सहित काफी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग शामिल थे।

ईस्टर संडे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। पीएम ने इस मौके पर यीशु मसीह को याद करते हुए उनकी पवित्र शिक्षाओं को याद किया। उन्होंने कहा कि सामाजिक सशक्तिकरण पर उनका जोर दुनियाभर के लाखों लोगों को प्रेरित करता है।

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बता दें कि आज दिल्ली में स्थित सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल में लोग प्रार्थना करने के लिए चर्च पहुंचे। इस दौरान कोरोना काल में जारी किए गए नियमों को भी पूरा ध्यान रखा गया। इतना ही नहीं इस दिन को ईसाई धर्म के लोग बड़ा धूमधाम से मनाते है। इस दिन लोग चर्च को मोमबत्तियों से सजाते है। एक दूसरे को बधाईयां देते है और प्रभु यीशू के सामने प्रार्थना करते हैं।

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