यूरिक एसिड कम करने के घरेलू उपाय: यूरिक एसिड के लक्षण या इसे ठीक करने के उपाय के साथ-साथ हम आज यहां आपको बताएंगे कि यूरिक एसिड होता क्या है। यूरिक एसिड हमारे शरीर में प्यूरिन वाले खाने के पाचन से बना प्राकृतिक वेस्ट प्रोडक्ट होता है। इसके शरीर में बढ़ जाने से कई समस्याएं जन्म ले लेती हैं। आपके शरीर में प्यूरिन बनते और टूटते हैं और कुछ ऐसे फूड भी होते हैं, जिनमें प्यूरिन की अधिक मात्रा होती है।
आमतौर पर आपका शरीर यूरिक एसिड को यूरिन और किडनी के जरिये फिल्टर कर देता है, लेकिन अगर आप अपने खाने में प्यूरिन की अधिक मात्रा लेते हैं या आपकी बॉडी इसको फिल्टर नहीं कर पाती तो यह आपके खून में बढ़ने लग जाता है। यूरिक एसिड के बढ़ने को Hyperuricemia भी कहा जाता है। इससे Gout नाम की बीमारी लग सकती है जिससे जोड़ों में दर्द उठता है। यह आपके खून और यूरिन को काफी एसिडिक भी बना सकता है।
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यूरिक एसिड कम करने के घरेलू उपाय इन खानों से करें परहेज
- मशरूम
- मटर
- मीट
- पोर्क
- टर्की
- मछली
- मटन
यूरिक एसिड बढ़ने का कारण
- मोटापा
- गलत खानपान या डाइट
- जेनेटिक्स
- रेड मीट, सी फूड, दाल, राजमा, पनीर और चावल जैसे खाने से भी यह बढ़ सकता है।
- अधिक समय तक खली पेट रहना भी एक कारण हो सकता है।
- डायबिटीज के मरीजों को हो सकता है यूरिक एसिड
- स्ट्रेस
यूरिक एसिड कम करने के घरेलू उपाय इन चीजों को अपनी डाइट में करें शामिल
हरी सब्जियां
हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में आयरन, कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी पाया जाता है। जो आपको यूरिक एसिड के साथ-साथ आपको कई बीमारियों से बचाता है। इसलिए अपनी डाइट में अधिक से अधिक हरी सब्जियों को शामिल करे।
सेब का सिरका
इसके सिरके में एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुण पाए जाते हैं जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। रोजाना एक गिलास पानी में 1-2 चम्मच सेब का सिरका डालकर पिएं।
पानी अधिक मात्रा में पिए
अधिक मात्रा में पानी पीने से किडनी से यूरिक एसिड तेजी से निकलता है। अपने साथ हमेशा पानी की बोतल रखें। अपने फोन में पानी के रिमाइंडर भी लगा सकते हैं।
अपनी डाइट में शामिल करें फाइबर
डाइट में फाइबर की मात्रा अधिक होने से यूरिक एसिड से छुटकारा मिल सकता है। फाइबर ब्लड-शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है। यह ओवरईटिंग होने से भी बचाता है। ड्राई फ्रूट, फ्रोजन सब्जियां, ओट्स, नट्स आदि में 5 से 10 ग्राम सॉल्युबल फाइबर शामिल कर लें।
अजवाइन
इसमें क्युमिन, कैम्फीन, डाईपेन्टीन, मिरसीन, फिनोल, लिनोलीक, ओलिक, पॉमिटिक के साथ ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। इसके लिए आप अजवाइन का पानी पी सकते हैं। रात को सोने से पहले एक गिलास में एक चम्मच अजवाइन भिगो दीजिए और सुबह इसका सेवन करे।
हरा धनिया
ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और एक तरह से डाइयूरेटिक की तरह काम करता है। इसका व इसके जूस का भरपूर सेवन करना गठिया और अन्य तकलीफों से निजात दिलाएगा।
लौकी का सूप
इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी, बी और आयरन पाया जाता है, जो यूरिक एसिड कंट्रोल करने में मदद करता है। इसलिए रोजाना एक गिलास लौकी का जूस पिएं। बस इस बात का ध्यान रखें कि लौकी कड़वी नहीं होना चाहिए। लौकी का जूस का सेवन न करे।