पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए की नई सरकार के गठन के बाद सोमवार से विधानसभा का पहला सत्र शुरू होने जा रहा है। करोना केे खतरे को देखते हुए पांच दिवसीय बिहार विधानमंडल का सत्र बदला-बदला सा नजर आएगा। 17वी बिहार विधानसभा का पहला सत्र आज यानि सोमवार से शुरू होकर 27 नवंबर तक चलेगा।
इस दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ ग्रहण समेत महत्वपूर्ण विधायी कार्य संपन्न किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 23 से 24 नवंबर को नवनिर्वाचित सदस्य शपथ ग्रहण करेंगे। 25 नवंबर को नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। 26 नवंबर को सेंट्रल हॉल में राज्यपाल विधानमंडल की बैठक को संबोधित करेंगे 27 नवंबर यानी सत्र का आखिरी दिन राज्यपाल के अभिभाषण केेे धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा और सरकार की ओर से जवाब दिया जाएगा।
जानकारीकि मुताबिक पहले डिप्टी सीएम का शपथ ग्रहण होगा। उसके बाद नीतीश सरकार के मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी।
विधानमंडल सत्र के में बदलाव
कोरोना संकट को देखते हुए विधानमंडल सत्र के दौरान दोनों सदनों के सदस्य को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए एक दूसरे से दूरी बना कर बैठेंगे। सभी सदस्यों को मास्क लगाकर बैठना होगा। कोरोना संक्रमण के चलते विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही अपने-अपने सदन में नहीं होगी। विधानसभा परिषद की कार्रवाई विधानसभा बाले हॉल में की जाएगी जबकि विधानसभा की कार्यवाही विधानसभा के विस्तारित भवन में आयोजित होगी। इस बार विधानसभा में 90 सदस्य पहली बार नजर आएंगे। विधानसभा में महिलाएं सदस्य पिछली बार की तरह नहीं दिखेंगी। मुस्लिम विधायकों की संख्या पिछली बार की तुलना में कम होगी।इस बार विधानसभा के मुकेश शहनी की वीआईपी पार्टी से चार सदस्य नजर आएंगे।असदुद्दीन ओवैसी की के पार्टी के 5 विधायक सदन में दिखेंगे। नीतीश कुमार की पार्टी के कई पुराने मंत्री सदन में नहीं देखेंगे
पटना के डीएम कुमार रवि ने बताया कि विधानसभा और आसपास की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल की नियुक्ति की गई है सभी पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। कोरोना वायरस के चलते सिविल सर्जन की टीम तैनात रहेगी, सभी का टेंपरेचर चेक करने के बाद ही अंदर आने दिया जाएगा।