Chaina iphone Ban in Hindi : चीन में आईफोन बैन को लेकर अहम जानकारी, जाने प्रतिबंध की असली वजह, यूं ही नहीं एप्पल ने ड्रैगन से बनाई दूरी

Chaina iphone Ban in Hindi : ऐपल आईफोन के इस्तेमाल को लेकर चीन में प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंध के दायरे में सरकारी ऑफिस और फर्म आएंगी। मतलब इन जगह आप आईफोन का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। मतलब आप सरकारी अफसर हों या फिर आम लोग हों, सभी सरकारी जगह पर आईफोन का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। लेकिन सवाल उठता है कि जब आईफोन को सबसे सुरक्षित माना जाता है, तो उसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध क्यों लागया जा रहा है।

चीन में आईफोन बैन की क्या है हकीकत –Chaina iphone Ban in Hindi

रिपोर्ट की मानें, तो अगर सरकार की ओर से किसी आईफोन की जासूसी की जाती है, तो ऐपल की तरफ से आईफोन यूजर्स को आगाह किया जाता है कि सरकार उसके आईफोन को ट्रैक कर रही है, लेकिन चीन ऐसा नहीं चाहता है, क्योंकि चीन में हर एक इंसान पर सरकार का कंट्रोल रहता है। इसके लिए सीसीटीवी कैमरों के साथ ही यूजर्स के पर्सनल डेटा के साथ समझौता किया जाता है।

चीन में आईफोन पर प्रतिबंध लगाने के दो मुख्य कारण हैं जैसे,

  • साइबर सिक्योरिटी: चीन सरकार का मानना है कि आईफोन में साइबर सिक्योरिटी के खतरे हैं। आईफोन के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर को चीन सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता है, जिससे यह जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • विदेशी निर्भरता कम करना: चीन सरकार विदेशी निर्भरता को कम करने की कोशिश भी कर रही है। आईफोन को चीन में नहीं बनाया जाता है, इसलिए यह सरकार की विदेशी निर्भरता को बढ़ाता है।

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चीन सरकार ने सितंबर 2023 में सरकारी अधिकारियों और कंपनियों को आईफोन का उपयोग करने से प्रतिबंधित कर दिया। इस प्रतिबंध का मतलब है कि सरकारी कार्यालयों और कंपनियों में आईफोन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। हालांकि, आम नागरिक अभी भी आईफोन का उपयोग कर सकते हैं।

Iphone पर चीन का तर्क

चीन का कहना है कि उसकी तरफ से आईफोन के इस्तेमाल को सीमित कर दिया गया है। इसकी वजह चीन का विदेशी तकनीक पर निर्भरता कम करना है। इसके लिए लोकल सॉफ्टवेयर और घरेलू सेमीकंडक्टचर चिप के निर्माण को बढ़ावा देने पर जोर है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें, तो चाइनीज सरकार की ओर से सरकारी फर्म और विभाग में लोकल ब्रांडेड स्मार्टफोन इस्तेमाल को निर्देश दिया है। हालांकि ऐपल की तरफ से चीन के प्रतिबंध पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।