खाली पेट शुगर कितनी होनी चाहिए ,एक महत्वपूर्ण जानकारी

शुगर, या जिसे डायबिटीज के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपके रक्त में शुगर का स्तर बढ़ जाता है। इसके कई प्रकार होते हैं, जैसे कि प्राथमिक डायबिटीज, सुगंधित डायबिटीज और स्वायत्त डायबिटीज। इन सभी प्रकार के डायबिटीज के इलाज के लिए उपयुक्त शुगर की मात्रा बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस लेख में, हम जानेंगे कि खाली पेट शुगर कितनी होनी चाहिए और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी 

खाली पेट शुगर क्यों मापा जाता है

जब हम खाली पेट शुगर की बात करते हैं, तो यह डायबिटीज के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण विषय होता है। खाली पेट शुगर का स्तर रात के बाद सुबह को मापा जाता है, जब आपने खाना नहीं खाया होता है। इसमें आपके रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को मापा जाता है, जो कि आपके खाली पेट में होता है।

सुबह खाली पेट शुगर लेवल कितना होना चाहिए?

एक स्वस्थ व्यक्ति के खाली पेट शुगर का स्तर आमतौर पर 70 से 100 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (mg/dL) के बीच होता है। यह मात्रा आपके खाली पेट में ग्लूकोज की नियमित उपलब्धता का संकेत देती है और यह स्वस्थ शुगर स्तर को दर्शाती है।

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खाली पेट शुगर मापने का महत्व

खाली पेट शुगर का स्तर महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह आपके डायबिटीज के प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह आपके इलाज़ की गुणवत्ता को मापने में मदद करता है और आपके डॉक्टर को सही सलाह देने में मदद करता है।

खाली पेट शुगर मापने का कारण

खाली पेट शुगर का स्तर निम्नलिखित कारणों से मापा जाता है जैसे

  • डायग्नोसिस: यह आपके डायबिटीज का प्रारंभिक डायग्नोसिसिस का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
  • इलाज़ की मॉनिटरिंग: खाली पेट शुगर का स्तर रोज़ाना मापकर आपको सही इलाज़ करने में मदद करता है।अगर आप इसे  घर पर ही मापना  चाहते है तो ये मशीन आपके  लिए एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है|

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  • डायबिटीज के प्रबंधन: आपके खानपान और दवाओं को सही तरीके से समय पर लेने में मदद करता है।

आपको बता दें कि खाली पेट शुगर की उचित मात्रा व्यक्ति के आयु, लाइफस्टाइल, और डायबिटीज के प्रकार पर निर्भर करती है। यह आपके डॉक्टर द्वारा सलाह दी जाती है और यह आपके रक्त में शुगर के स्तर को सामान्य सीमा के अंदर रखने में मदद करती है।

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डायबिटीज के प्रकार

  • प्राथमिक डायबिटीज: इस प्रकार के डायबिटीज में खाली पेट शुगर की उचित मात्रा आमतौर पर 80 से 130 mg/dL के बीच होती है।
  • सुगंधित डायबिटीज: सुगंधित डायबिटीज के रोगियों के लिए खाली पेट शुगर की उचित मात्रा 100 से 180 mg/dL के बीच होती है।
  • स्वायत्त डायबिटीज: स्वायत्त डायबिटीज के रोगियों के लिए डॉक्टर अकेले शुगर की मात्रा की सलाह देते हैं।

Conclusion

खाली पेट शुगर की मात्रा को सही मापने और उचित मात्रा की सलाह का पालन करना डायबिटीज के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह आपके स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करता है और आपके डॉक्टर को सही सलाह देने में भी मदद करता है। इसलिए, अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें और अपने खाली पेट शुगर के स्तर को नियमित रूप से मापें ये आपके डायबिटीज को नियंत्रित रख सकते हैं और आप एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएं और अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।

FAQs

Q: खाली पेट शुगर को कैसे मापा जाता है?

Ans: खाली पेट शुगर को रात के बाद सुबह को मापा जाता है, जब आपने कुछ नहीं खाया होता है।

Q: खाली पेट शुगर की उचित मात्रा क्या होनी चाहिए?

Ans: खाली पेट शुगर की उचित मात्रा व्यक्ति के आयु, लाइफस्टाइल, और डायबिटीज के प्रकार पर निर्भर करती है और यह डॉक्टर द्वारा सलाह दी जाती है।

Q: क्या खाली पेट शुगर की मात्रा को स्वायत्त डायबिटीज के रोगियों के लिए अलग तरीके से मापना चाहिए?

Ans: हाँ, खाली पेट शुगर का स्तर डायबिटीज के प्रबंधन में महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह इलाज़ की गुणवत्ता को मापता है और सही सलाह देने में मदद करता है।

Q: क्या सुगंधित डायबिटीज के रोगियों के लिए खाली पेट शुगर की मात्रा अलग होती है?

Ans: हाँ, सुगंधित डायबिटीज के रोगियों के लिए खाली पेट शुगर की मात्रा अलग होती है और यह 100 से 180 mg/dL के बीच होती है।

 

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