शरीर में दिखने वाला यह लक्षण कहीं चेचक तो नहीं, जानिए चेचक कैसे होता है, इसमें सावधानियां और इलाज

चेचक जिसे मेडिकल भाषा में चिकनपॉक्स भी कहते हैं, एक गंभीर संक्रामक बीमारी है। किसी व्यक्ति को जीवन में एक बार इसकी चपेट में आने की संभावना जरूर होती है। इस स्थिति में लोगों की त्वचा पर छोटे छाले या फफोले हो जाते हैं, जिनमें पानी भरा होता है। ये फफोले पूरे शरीर की त्वचा पर देखने को मिलते हैं, जिनमें बहुत खुजली होती है। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है, कि चेचक की बीमारी होती क्यों है? इसके क्या कारण होते हैं और किन लोगों में इसका अधिक जोखिम होता है।

चेचक क्या है?

चेचक कैसे होता है

चेचक एक संक्रामक बीमारी है जो वेरिसेला-जोस्टर वायरस (VZV) के कारण होती है। यह वायरस हवा के माध्यम से फैलता है, जब संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है। चेचक के लक्षणों में बुखार, थकान, सिरदर्द, और शरीर पर लाल चकत्ते शामिल हैं। ये चकत्ते आमतौर पर चेहरे और धड़ पर शुरू होते हैं और फिर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं। चकत्ते खुजलीदार होते हैं और कुछ दिनों में फफोले बन जाते हैं। ये फफोले अंततः सूख जाते हैं और गिर जाते हैं।

चेचक एक गंभीर बीमारी हो सकती है, ये खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में ज्यादा होती है। चेचक से बचने का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण है। चेचक का कोई विशिष्ट इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों का इलाज किया जा सकता है।

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चेचक कैसे होता है?

चेचक दो प्रकार का होता है छोटी चेचक (चिकनपॉक्स) और बड़ी चेचक (स्मॉलपॉक्स)।

छोटी चेचक (चिकनपॉक्स)

  • यह वेरिसेला-जोस्टर वायरस (VZV) के कारण होता है।
  • यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बात करने से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है।
  • यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के दानों या फफोलों के संपर्क से भी फैल सकता है।
  • गर्भवती महिला से अपने भ्रूण को भी फैल सकता है।

बड़ी चेचक (स्मॉलपॉक्स)

  • यह वेरोला वायरस के कारण होता है।
  • यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या बात करने से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है।
  • यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के दानों या फफोलों के संपर्क से भी फैल सकता है।

चेचक के लक्षण – Chechak ke Lakshan in Hindi

चेचक दो प्रकार का होता है छोटी चेचक (चिकनपॉक्स) और बड़ी चेचक (स्मॉलपॉक्स) और दोनो के अलग अलग लक्षण होते है जैसे

छोटी चेचक (चिकनपॉक्स) के लक्षण

  • बुखार 100°F (38°C) या उससे अधिक
  • सिरदर्द हल्का से लेकर गंभीर
  • थकान
  • भूख न लगना
  • शरीर पर लाल चकत्ते जो बाद में फफोले बन जाते हैं।
  • खुजली
  • गले में खराश
  • खांसी

बड़ी चेचक (स्मॉलपॉक्स) के लक्षण

  • बुखार 103°F (39°C) या उससे अधिक
  • गंभीर सिरदर्द
  • थकान
  • पीठ दर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • भूख न लगना
  • उल्टी
  • दस्त
  • शरीर पर लाल चकत्ते जो बाद में फफोले बन जाते हैं।
  • चेहरे और मुंह में भी चकत्ते
  • फफोले जो पपड़ी बन जाते हैं और गिर जाते हैं।

यहां कुछ अन्य लक्षण दिए गए हैं जो चेचक का संकेत दे सकते हैं जैसे

  • फफोले जो पूरे शरीर में फैल जाते हैं
  • फफोले जो एक दूसरे में मिल जाते हैं
  • फफोले जो दर्दनाक होते हैं
  • फफोले जो बुखार और ठंड लगने का कारण बनते हैं
  • फफोले जो 4-5 दिनों में सूख जाते हैं और गिर जाते हैं

चेचक के लक्षण संक्रमण के 10-14 दिनों बाद दिखाई देते हैं।यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये लक्षण अन्य बीमारियों के भी हो सकते हैं। यदि आपको लगता है कि आपको चेचक हो सकता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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चेचक में सावधानियां

यहां कुछ सावधानियां दी गई हैं जो आपको चेचक से बचने में मदद कर सकती हैं

टीकाकरण

  • छोटी चेचक (चिकनपॉक्स) के लिए टीका उपलब्ध है। यह टीका 90% से अधिक प्रभावी है।
  • बड़ी चेचक (स्मॉलपॉक्स) के लिए कोई टीका नहीं है।

स्वच्छता

  • बार-बार और अच्छी तरह से हाथ धोएं।
  • संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों से बचें।
  • संक्रमित व्यक्ति के दानों या फफोलों को न छुएं।
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
  • नाखूनों को छोटा रखें ताकि आप खुजली न करें और दानों को न फोड़ें।
  • अपने घर को साफ और स्वच्छ रखें।
  • संक्रमित व्यक्ति के बिस्तर और कपड़ों को धो लें।
  • संक्रमित व्यक्ति के खिलौनों और अन्य वस्तुओं को साफ करें।
  • संक्रमित व्यक्ति के साथ भोजन और बर्तन साझा न करें।
  • यदि आपको लगता है कि आपको चेचक हो सकता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

चेचक का घरेलू इलाज

चेचक एक संक्रामक बीमारी है जो वायरस के कारण होती है। चेचक का कोई विशिष्ट घरेलू इलाज नहीं है। हालांकि, कुछ घरेलू उपचार लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। यहां कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जो चेचक के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं जैसे

  • खुजली को कम करने के लिए कैलामाइन लोशन या बेकिंग सोडा का पेस्ट लगाएं।
  • ठंडे पानी से स्नान करें।
  • ओटमील स्नान करें।
  • एलोवेरा जेल लगाएं।
  • बुखार को कम करने के लिए डॉक्टर द्वारा बताई गई मेडिसिन लें।
  • पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीएं।
  • ठंडे पानी से सिकाई करें।

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चेचक से बचने के लिए अन्य घरेलू उपचार

  • तुलसी के पत्तों का काढ़ा पीएं।
  • नीम के पत्तों का पेस्ट लगाएं।
  • नारियल पानी पीएं।
  • विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं।
  • आराम करें और भरपूर नींद लें।
  • तनाव से बचें।
  • धूम्रपान और शराब से बचें।
  • स्वस्थ भोजन खाएं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये घरेलू उपचार केवल लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। चेचक का इलाज करने के लिए डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा है।

चेचक किस वायरस से होता है – Small Pox Virus Name

चेचक दो प्रकार का होता है, छोटी चेचक (चिकनपॉक्स) और बड़ी चेचक (स्मॉलपॉक्स)।

छोटी चेचक (चिकनपॉक्स) यह वेरिसेला-जोस्टर वायरस (VZV) के कारण होता है।

बड़ी चेचक (स्मॉलपॉक्स) यह वेरोला वायरस (VARV) के कारण होता था।

ऊपर दी गई जानकारी चेचक कैसे होता है इसके लक्षण, इलाज और सावधानियों के बारे में बताया गया है। यह जानकारी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है लेकिन शरीर में आपको कोई भी लक्षण देखने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क जरुर करना चाहिए।आपको ये जानकारी कैसी लगी कमेंट में जरूर बताएं और अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।