मौसम हर जीवन को प्रभावित करता है, हर कोई इसका पूर्वानुमान भी जानना चाहता है, लेकिन सभी मौसम परिवर्तन की चाल को नहीं पकड़ पाते। जहां पहले कुछ बुजुर्ग हवाओं के रुख को भांप लेते थे तो आज के समय में विज्ञान ने मौसम की नब्ज टटोलने को कुछ आसान बना दिया है। बचपन में मौसम बदलता देख मन में उठे सवालों को शांत करने के लिए मौसम विज्ञान की सहायता से रोहतक के नवदीप दहिया वेदरमैन बन गए। 23 साल के नवदीप दहिया को एक मौसम विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है।
तिलक नगर के रहने वाले नवदीप दहिया जब 6 साल की उम्र में पिता जगदीप सिंह दहिया के काम के चलते उनके साथ छत्तीसगढ़ गए तो उन्हें वहां का मौसम अलग मिला। दिमाग में सवाल उठा कि आखिर ऐसा क्यों है, इसे जानने के लिए उन्होंने मौसम विज्ञान के बारे में जानना शुरू किया। रोजाना मौसम का डाटा इकट्ठा करना शुरू कर दिया। 2014 में वापस रोहतक आए और तकनीक के माध्यम से वेदर मॉडल, सैटेलाइट व रडार का अध्यन सीखा।
इनकी सहायता से पूर्वानुमान लगाना शुरू कर दिया। इसका प्रयोग उन्होंने खासकर किसानों के खेती में जोखिम को कम करने के लिए किया। इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए 2016 में नवदीप ने फेसबुक पर लाइव वेदर ऑफ इंडिया नाम से पेज बनाया और आसान भाषा में जानकारी डालना शुरू की। किसान इससे जुड़ते चले गए। करीब 50 हजार लोग इससे जुड़े हैं। इसके अलावा हजारों किसान यूट्यूब और एक्स के माध्यम से भी उनके वीडियो व ब्लॉग्स से मौसम की जानकारी प्राप्त करते हैं।
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